बस ज़रा सा इंतज़ार और होली आपके द्वार। होली में एक विशिष्ट आवश्यकता एक वर्ग विशेष की होती है जिसका मध्यप्रदेश में उस दिन बाज़ार में मिलना दूभर होता है। इसलिये पहले से स्टॉक जमा होने लगता है। आज उसी स्टॉक शौकीनों की बात एक तरही के माध्यम से। तरही तो पुरानी है लेकिन ब्लॉग पर पहली बार आपका स्वागत कर रही है।
तरही: रोज पव्वा पी लिया तो पीलिया हो जायेगा
वक्त, यूँ सोचा न था, इक दिन हवा हो जायेगा
जु़ल्फ़ से भरपूर ये सर, चॉंद सा हो जायेगा।
हम मिले, तो पूछ मत, क्या फ़ायदा हो जायेगा
तेरे अब्बा का पता, मेरा पता हो जायेगा।
बंद डिब्बा दूध बच्चा, गुलगुला हो जायेगा
और भूखा बाप इक दिन सींकिया हो जायेगा।
है बहुत मजबूर, अद्धी पी रहा है, जानकर;
रोज पव्वा पी लिया तो पीलिया हो जायेगा।
बस यही तो सोचकर वो शादियॉं करता रहा
दर्द बढ़ता ही गया तो खुद दवा हो जायेगा।
रंग का त्यौहार है छेड़ें न क्यूँकर लड़कियॉं
मुँह अगर काला हुआ तो क्या नया हो जायेगा।
जिस्म सल्लू सा दिखा तो आपसे शादी करी
ये न सोचा था बदन यूँ पिलपिला हो जायेगा।
हो गया बेटा जवां, ये हरकतें मत कीजिये
वरना वो भी आप सा ही मनचला हो जायेगा।
हुस्न की शहजादियों को मुँह लगाना छोडि़ये
गर किसी को भा गया तो पोपला हो जायेगा।
इश्क जिससे हो गया ‘राही’ न शादी कीजिये
इश्क का सारा मज़ा ही किरकिरा हो जायेगा।
तरही: रोज पव्वा पी लिया तो पीलिया हो जायेगा
वक्त, यूँ सोचा न था, इक दिन हवा हो जायेगा
जु़ल्फ़ से भरपूर ये सर, चॉंद सा हो जायेगा।
हम मिले, तो पूछ मत, क्या फ़ायदा हो जायेगा
तेरे अब्बा का पता, मेरा पता हो जायेगा।
बंद डिब्बा दूध बच्चा, गुलगुला हो जायेगा
और भूखा बाप इक दिन सींकिया हो जायेगा।
है बहुत मजबूर, अद्धी पी रहा है, जानकर;
रोज पव्वा पी लिया तो पीलिया हो जायेगा।
बस यही तो सोचकर वो शादियॉं करता रहा
दर्द बढ़ता ही गया तो खुद दवा हो जायेगा।
रंग का त्यौहार है छेड़ें न क्यूँकर लड़कियॉं
मुँह अगर काला हुआ तो क्या नया हो जायेगा।
जिस्म सल्लू सा दिखा तो आपसे शादी करी
ये न सोचा था बदन यूँ पिलपिला हो जायेगा।
हो गया बेटा जवां, ये हरकतें मत कीजिये
वरना वो भी आप सा ही मनचला हो जायेगा।
हुस्न की शहजादियों को मुँह लगाना छोडि़ये
गर किसी को भा गया तो पोपला हो जायेगा।
इश्क जिससे हो गया ‘राही’ न शादी कीजिये
इश्क का सारा मज़ा ही किरकिरा हो जायेगा।
21 comments:
सुन्दर नशीली ग़ज़ल ।
होली की आपको भी हार्दिक बधाई ।
Holi kee aapko bhee badhayi!
हो सदा नशीली, ये प्यार की होली
रहे संग हमारा ,ऐ मेरे हमजोली ||
होली मुबारक ...होली है भाई होली है ....
आ...हा...हा.....राज जी पिछले वर्ष की यादें ताजा हो आयीं .....
जब ओ बी ओ में कितने नाली में गिरे थे ....:))
Ha ha ha ... Aapki ye Gazal Bhi yaad hai ... Aur vo tarhi Bhi jisme aapne samaa bandh diya tha ... Ab lag raha hai holi ki shuruaat ho gayee ..
Aapko Bhi Holi ki shubh kamnayen ....
Tilak Raj ji holi mubaarak ho .
khoob kahaa hai aapne -
ishq jisse ho gayaa
` rahi` n shadikijiye
ishq kaa saaraa mazaa
hee kirkira ho jaayega
aapko holi ki bahut bahut shubhkamnayen bahut hi aanand bhari gazal hai .
बस यही तो सोचकर वो शादियॉं करता रहा
दर्द बढ़ता ही गया तो खुद दवा हो जायेगा।
saader
rachana
होली की आपको भी हार्दिक बधाई ...
aadarniya Tilak Saheb,
namaste!
bahut khoob! :)
aap sabhee ko meree or se holi kii shubhkaamnaayeiN.
saadar
-Dheeraj Ameta "dheer"
HOli ki badhai...
बहुत खूबसूरत..........
किसी समस्या के चलते आज अनेक ब्लॉग्स पर टिप्पणियां गायब हो रही हैं … यहां भी
सभी शेर एक से बढ़ कर एक, होली सा रंगीन, गुलाल सा धमाल करता हुआ...
इश्क जिससे हो गया ‘राही’ न शादी कीजिये
इश्क का सारा मज़ा ही किरकिरा हो जायेगा।
मज़ा आ गया. होली की बहुत शुभकामनाएं.
Holi ka paavan avsar par kahi gaee mazaahiaa gazal bahut pasand aaee
bandish to ek dam sadhi huee aur lajwaab hai hi, kathan ka vachasv bhi poorn hai... badhaaee svikaareiN .
(der se aane ke liye muaafi..)
बस यही तो सोचकर वो शादियॉं करता रहा
दर्द बढ़ता ही गया तो खुद दवा हो जायेगा।
हा हा हा हा....जबरदस्त....
एक से बढ़कर एक शेर काढ़े आपने...
बहुत बहुत सुन्दर..
Holi par aapki yeh rachnaa padi,bahut khubsurat,badhai.
बहुत ख़ूबसूरत प्रस्तुति , आभार.
इश्क जिससे हो गया ‘राही’ न शादी कीजिये
इश्क का सारा मज़ा ही किरकिरा हो जायेगा।
एक अरसा बाद इत्ती अच्छी ग़ज़ल पढ़ी .
.श्याम जी की बात ही और थी ,वह दौर गोपाल सिंह नेपालियों का था .
सुन्दर ग़ज़ल .....
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