tag:blogger.com,1999:blog-3626297793829921289.post5080142563280550499..comments2023-04-27T02:07:20.961-07:00Comments on रास्ते की धूल: दीपोत्सव की बहुत-बहुत बधाईतिलक राज कपूरhttp://www.blogger.com/profile/03900942218081084081noreply@blogger.comBlogger42125tag:blogger.com,1999:blog-3626297793829921289.post-24543556277190550002011-01-21T23:56:23.609-08:002011-01-21T23:56:23.609-08:00Dil se likhi gayi umda gajal ......
http://amrendr...Dil se likhi gayi umda gajal ......<br />http://amrendra-shukla.blogspot.comamrendra "amar"https://www.blogger.com/profile/00750610107988470826noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3626297793829921289.post-1846684018276197922010-12-14T09:56:14.942-08:002010-12-14T09:56:14.942-08:00बहुत खूबसूरत गज़लबहुत खूबसूरत गज़लपरमजीत सिहँ बालीhttps://www.blogger.com/profile/01811121663402170102noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3626297793829921289.post-49162251003835938022010-11-20T03:38:02.273-08:002010-11-20T03:38:02.273-08:00... shaandaar gajal ... badhaai !!!... shaandaar gajal ... badhaai !!!नया सवेराhttps://www.blogger.com/profile/14420198613329878532noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3626297793829921289.post-69743435442372932872010-11-17T22:06:34.711-08:002010-11-17T22:06:34.711-08:00वायदा है मैं तिमिर से हर घड़ी टकराउँगा
स्नेह पाया...वायदा है मैं तिमिर से हर घड़ी टकराउँगा<br />स्नेह पाया है जगत से रौशनी दे जाउँगा।<br />....<br />स्नेह की रौशनी फ़ैलाने से पवित्र कार्य कोई हो नहीं सकते. बहुत ही नेक ख्याल.मेरे भावhttps://www.blogger.com/profile/16447582860551511850noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3626297793829921289.post-62905593601340321002010-11-17T03:32:29.399-08:002010-11-17T03:32:29.399-08:00कब्र, मंदिर, राह हो या फिर मज़ारे पीर हो
जिस जगह भ...कब्र, मंदिर, राह हो या फिर मज़ारे पीर हो<br />जिस जगह भी रख दिया, मैं रौशनी बिखराउँगा।<br />काश रोशनी की ऐसी ही कोई किरन आज के इंसान में होती तो ये आपस का सारा झगडा ही ख़त्म हो जाता !<br />आपकी पूरी ग़ज़ल मानवीय संवेदना का दस्तावेज है !<br />हर शेर में रोशनी की चमक है !<br />-ज्ञानचंद मर्मज्ञज्ञानचंद मर्मज्ञhttps://www.blogger.com/profile/06670114041530155187noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3626297793829921289.post-28079923283300280462010-11-11T19:33:31.682-08:002010-11-11T19:33:31.682-08:00behtareeen.............shandaar:)behtareeen.............shandaar:)मुकेश कुमार सिन्हाhttps://www.blogger.com/profile/14131032296544030044noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3626297793829921289.post-34670384973378718142010-11-09T21:08:00.906-08:002010-11-09T21:08:00.906-08:00कपूर साहब
दीवाली पर जलते चरागों जैसी रचना है ये......कपूर साहब<br />दीवाली पर जलते चरागों जैसी रचना है ये....<br />सारे शेर बेहतरीन...... <br />और ये शेर तो काबिले दाद......!!!!<br />एक बच्चा मित्रता करने पटाखों से चला<br />आग से मत खेलना उसको यही समझाउँगा।<br />और ये भी.....खूब रहा <br />एक अनबन सी रही बारूद की मुझसे मगर,<br />वो गले मेरे लगा तो किस तरह ठुकराउँगा।Pawan Kumarhttps://www.blogger.com/profile/08513723264371221324noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3626297793829921289.post-70937035131392878852010-11-07T02:44:04.600-08:002010-11-07T02:44:04.600-08:00कब्र, मंदिर, राह हो या फिर मज़ारे पीर हो
जिस जगह भ...कब्र, मंदिर, राह हो या फिर मज़ारे पीर हो<br />जिस जगह भी रख दिया, मैं रौशनी बिखराउँगा ...<br /><br />तिलक राज जी ... इतनी लाजवाब ग़ज़ल हर सू रौशनी बिखेर रही है ... बहुत कमाल का लिखते हैं आप .... दीपावली की शुभ कामनाएं ....दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3626297793829921289.post-30469944178916263752010-11-06T23:58:33.159-07:002010-11-06T23:58:33.159-07:00खूबसूरत शब्दावली
और प्रभावशाली प्रतीक कI
बहुत ही स...खूबसूरत शब्दावली<br />और प्रभावशाली प्रतीक कI<br />बहुत ही सुन्दर उपयोग ....<br />एक सार्थक , , <br />पठनीय ,, <br />और <br />मननीय रचना .<br />बहुत अच्छी ग़ज़ल . . . .daanishhttps://www.blogger.com/profile/15771816049026571278noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3626297793829921289.post-19755925656027667022010-11-06T05:09:54.715-07:002010-11-06T05:09:54.715-07:00धर्म, जात औ, उम्र क्या औ कर्म का अंतर है क्या
जब...धर्म, जात औ, उम्र क्या औ कर्म का अंतर है क्या<br />जब मुझे ‘राही’ दिखेगा, राह मैं दिखलाउँगा।<br />===============================<br />सराहनीय लेखन....हेतु बधाइयाँ...ऽ. ऽ. ऽ<br />चिठ्ठाकारी के लिए, मुझे आप पर गर्व।<br />मंगलमय हो आपको, सदा ज्योति का पर्व॥<br />सद्भावी-डॉ० डंडा लखनवी<br />----------------------------------<br /><br />एक दिन आयी दिवाली जेब खाली हो रही।<br />माफियों के घरों में डेली दिवाली हो रही॥<br />सेक्स परिर्वतन का कुछ चक्कर है ऐसा चल पड़ा-<br />जो कभी थाना था, वो अब कोतवाली हो रही॥<br /> सद्भावी-डॉ० डंडा लखनवीडॉ० डंडा लखनवीhttps://www.blogger.com/profile/14536866583084833513noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3626297793829921289.post-6811458851185968532010-11-06T00:49:05.984-07:002010-11-06T00:49:05.984-07:00इसे कहते हैं ...कमाल...गज़ब....बेमिसाल...अद्भुत......इसे कहते हैं ...कमाल...गज़ब....बेमिसाल...अद्भुत...क्या क्या कहूँ...गज़ल पढते पढते हज़ारों बार आपको दुआ दी है...भाई वाह...जियो.<br /><br />नीरजनीरज गोस्वामीhttps://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3626297793829921289.post-5078690039947816232010-11-05T11:37:03.147-07:002010-11-05T11:37:03.147-07:00अतिसुन्दर !
एक दार्शनिक ग़ज़ल के लिए बधाई !अतिसुन्दर !<br />एक दार्शनिक ग़ज़ल के लिए बधाई !jogeshwar garghttps://www.blogger.com/profile/18415761246834530956noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3626297793829921289.post-48831126186200748262010-11-05T10:51:01.255-07:002010-11-05T10:51:01.255-07:00कौन हूँ मैं बूझ पाओ तो मुझे तुम बूझ लो
लौ पुराना प...कौन हूँ मैं बूझ पाओ तो मुझे तुम बूझ लो<br />लौ पुराना प्रश्न है जो मैं नहीं सुलझाउँगा।<br /><br />बात जब मेरी हुई तो तेल बाती की हुई<br />मैं रहा जिस पात्र में गुणगान उसके गाउँगा।<br /><br />कब्र, मंदिर, राह हो या फिर मज़ारे पीर हो<br />जिस जगह भी रख दिया, मैं रौशनी बिखराउँगा।<br /><br />बेहतरीन शेरप्रदीप कांतhttps://www.blogger.com/profile/09173096601282107637noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3626297793829921289.post-44632660248805289672010-11-05T01:36:01.673-07:002010-11-05T01:36:01.673-07:00भर दे दिल मेँ यह दिवाली आपके ख़ुशियोँ के रंग: डा. ...भर दे दिल मेँ यह दिवाली आपके ख़ुशियोँ के रंग: डा. अहमद अली बर्की आज़मी<br />भर दे दिल मेँ यह दिवाली आपके ख़ुशियोँ के रंग: डा. अहमद अली बर्की आज़मी<br /><br />भर दे दिल मेँ यह दिवाली आपके ख़ुशियोँ के रंग<br />आपके इस रंग मेँ पडने न पाए कोई भंग<br /><br />जो जहाँ हो उसको हासिल हो वहाँ ज़ेहनी सुकून<br />दूर हो जाए जहाँ से बुगज़, नफरत और जंग<br /><br />अपने दिल को साफ रखिए आप मिसले आइना<br />आपकी शमशीरे ईमाँ पर न लगने पाए ज़ंग<br /><br />है ज़रूररत वक्त की आपस में रखिए मेल जोल<br />भाइचारा देख कर सब आपका रह जाएँ दंग<br /><br />आइए आपस मेँ मिल कर यह प्रतिज्ञा हम करेँ<br />रंग मे अपनी दिवाली के न पडने देँगे भंग<br /><br />महफ़िले शेरो सुख़न मेँ जश्न का माहौल है<br />कीजिए नग़मा सराई आप बर्क़ी लेके चंग<br /><br />डा. अहमद अली बर्की आज़मीAhmad Ali Barqi Azmihttps://www.blogger.com/profile/11228201715441418433noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3626297793829921289.post-75657905420080619682010-11-05T00:32:36.897-07:002010-11-05T00:32:36.897-07:00धर्म, जात औ, उम्र क्या औ कर्म का अंतर है क्या
जब...धर्म, जात औ, उम्र क्या औ कर्म का अंतर है क्या<br />जब मुझे ‘राही’ दिखेगा, राह मैं दिखलाउँगा।<br /><br /><br />सारी बातों का सार यही है कि :<br /><br />दीप जलता है जगत में रोशनी देने के लिए,<br />नहीं फिक्र है कौन क्या सोचता है उसके लिए,<br />हो अँधेरा जहाँ भी उसे रोशन वो कर जायेगा,<br />इंसान हो उसको जलाये वो दिशा दे जायेगा.रेखा श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/00465358651648277978noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3626297793829921289.post-54905562613009211352010-11-04T09:30:50.354-07:002010-11-04T09:30:50.354-07:00मै आज सुबह याद कर रही थी कि इस बार भाई साहिब की गज़...मै आज सुबह याद कर रही थी कि इस बार भाई साहिब की गज़ल नही आयी। अभी ब्लागर पर नज़र गयी तो गज़ल हाजिर मिली। पूरी गज़ल बहुत सुन्दर समसामयिक है<br />साथ में तूफॉं लिये अब ऑंधियॉं चलने लगीं<br />बुझ गया तो मैं मिसालों में दिया कहलाउँगा।<br /><br /><br />कब्र, मंदिर, राह हो या फिर मज़ारे पीर हो<br />जिस जगह भी रख दिया, मैं रौशनी बिखराउँगा।<br /><br /><br />जो डगर मैनें चुनी वो आपको लगती कठिन<br />राह बारम्बार लेकिन मैं यही दुहराउँगा।<br /><br /><br />वक्त जाने का हुआ है भोर अब होने लगी<br />सूर्य से रिश्ता अजब है, वो गया तो आउँगा।<br />सभी शेर कमाल के हैं\ बहुत बहुत बधाई।<br /><br />आपको सपरिवार दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें।निर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3626297793829921289.post-44983589082292134892010-11-04T06:09:30.468-07:002010-11-04T06:09:30.468-07:00दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें !दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें !Saleem Khanhttps://www.blogger.com/profile/17648419971993797862noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3626297793829921289.post-4318544222614786852010-11-04T05:09:33.743-07:002010-11-04T05:09:33.743-07:00जो डगर मैनें चुनी वो आपको लगती कठिन
राह बारम्बार ...जो डगर मैनें चुनी वो आपको लगती कठिन<br />राह बारम्बार लेकिन मैं यही दुहराउँगा।<br /><br />दिवाली के मौके पर कही गयी अत्यंत प्रभावशाली गजल है. <br /><br />जब मुझे ‘राही’ दिखेगा, राह मैं दिखलाउँगा।"... बहुत सुंदर !!<br /><br />दीपावली की शुभकामनाये.Sulabh Jaiswal "सुलभ"https://www.blogger.com/profile/11845899435736520995noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3626297793829921289.post-42609543661219134632010-11-04T04:29:12.893-07:002010-11-04T04:29:12.893-07:00आपको और आपके परिवार के समस्त सदस्यों को दीपावली की...आपको और आपके परिवार के समस्त सदस्यों को दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें !<br /><br />बहुत सुन्दर ग़ज़ल है ... और इस शेर के तो क्या कहने <br />साथ में तूफॉं लिये अब ऑंधियॉं चलने लगीं<br />बुझ गया तो मैं मिसालों में दिया कहलाउँगा।Indranil Bhattacharjee ........."सैल"https://www.blogger.com/profile/01082708936301730526noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3626297793829921289.post-56541570491741597782010-11-04T02:24:51.161-07:002010-11-04T02:24:51.161-07:00बात जब मेरी हुई तो तेल बाती की हुई
मैं रहा जिस पात...बात जब मेरी हुई तो तेल बाती की हुई<br />मैं रहा जिस पात्र में गुणगान उसके गाउँगा।<br />ये पंक्तियाँ बहुत भाईं ......दीपावली की बहुत बहुत बधाई ..शारदा अरोराhttps://www.blogger.com/profile/06240128734388267371noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3626297793829921289.post-16433107198335008002010-11-04T01:55:52.296-07:002010-11-04T01:55:52.296-07:00दीपावली कि हार्दिक शुभकामनाये ......
मेरा पोर्ट्र...दीपावली कि हार्दिक शुभकामनाये ......<br /><br />मेरा पोर्ट्रेट ......My portraitChinmayeehttps://www.blogger.com/profile/02804965492084806748noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3626297793829921289.post-62839289415827067222010-11-04T01:39:16.299-07:002010-11-04T01:39:16.299-07:00"धर्म, जात औ, उम्र क्या औ कर्म का अंतर है क्..."धर्म, जात औ, उम्र क्या औ कर्म का अंतर है क्या<br />जब मुझे ‘राही’ दिखेगा, राह मैं दिखलाउँगा।"... <br />ईश्वर करे दिया और रोशनी का यह चरित्र कभी ना बदले ! सुन्दर ग़ज़ल !अरुण चन्द्र रॉयhttps://www.blogger.com/profile/01508172003645967041noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3626297793829921289.post-21930857967005754332010-11-04T01:01:15.102-07:002010-11-04T01:01:15.102-07:00वक्त जाने का हुआ है भोर अब होने लगी
सूर्य से रिश्...वक्त जाने का हुआ है भोर अब होने लगी<br />सूर्य से रिश्ता अजब है, वो गया तो आउँगा।<br /><br />Haasil-e-ghazal.Sanjay Groverhttps://www.blogger.com/profile/14146082223750059136noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3626297793829921289.post-53292121097679308412010-11-04T00:16:41.485-07:002010-11-04T00:16:41.485-07:00वाह बेहतरीन शेरों के साथ खूबसूरत गज़ल्।
दीप पर्व की...वाह बेहतरीन शेरों के साथ खूबसूरत गज़ल्।<br />दीप पर्व की हार्दिक शुभकामनायें।vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3626297793829921289.post-1730033966069405722010-11-03T22:22:13.936-07:002010-11-03T22:22:13.936-07:00बेहद खूबसूरत ग़ज़ल...
दीपावली की हार्दिक शुभकामन...बेहद खूबसूरत ग़ज़ल...<br /> <br />दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं!Shah Nawazhttps://www.blogger.com/profile/01132035956789850464noreply@blogger.com